सत्संग भजन लिरिक्स
- लिख दो म्हारे रोम रोम में राम राम हो रमापति भजन लिरिक्स
- ओढ़ चुनर गई सत्संग में लिरिक्स
- साँवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है लिरिक्स
- छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग लिरिक्स
- जिसको जीवन में मिला सत्संग है: लिरिक्स
- तुझे अब भी ना आया ज्ञान सत्संग सुन सुन के लिरिक्स
- तुम रटो हरि का नाम दो घड़ी सत्संग में जाया करो लिरिक्स
- कैसी आ रही बहार सत्संग में लिरिक्स
- रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया भजन लिरिक्स