Type Here to Get Search Results !

छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग भजन लिरिक्स | Chhoro Ghar Ke Kam Chalo Re Satsang Bhajan Lyrics

Chhoro Ghar Ke Kam Chalo Re Satsang Bhajan Lyrics


छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग लिरिक्स


छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सुमिरन में 

गेंदा का फूल खिले बगिया में मन के फूल खिलें रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में 

घी का दीप जले मन्दिर में मन का दीप जले रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में 

घर का ताला खुले चावी से मन का ताला खुले रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में 

कपड़ों का मैल धुले साबुन से मन का मैल धुले रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में 

काठ की नाव चले पानी में मन की नाव चले रे सत्संग में छोड़ो घर के काम चलो रे सत्संग में 



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
close button