मैंने व्रत रखे सावन मास के भजन लिरिक्स
मैंने व्रत रखे सावन मास के,
भोले बाबा के नाम के।
जब से तुम्हारी शिव भक्ति करी है,
आपने मेरी हर चिंता हरी है,
जयकारे बोलूं मैं रोज ही,
शिव भंडारी नाम के
मैंने व्रत रखे सावन मास के,
भोले बाबा के नाम के।
हे शिव शंभू त्रिनेत्र धारी,
नित्य में करूंगी सेवा तुम्हारी,
चरणों की दासी में आपकी,
छोड़े हैं दिन आराम के ।
मैंने व्रत रखे सावन मास के ।
व्रत पूजन मेरा खाली ना जाए,
जन्मों की शिव भक्ति मिल जाए,
दर्शन में आकर रोज करूं,
नित्य तेरे पावन धाम के।
मैंने व्रत रखे सावन मास के