सावित्री माता की आरती भजन लिरिक्स
वट सावित्री व्रत पूजा के बाद करें मां सावित्री की आरती, ओम जय सावित्री माता
ओम जय जय सावित्री माता, ओम जय जय गायत्री माता
अपनी अनुपम तेज से जग पावन करती।।
ओम जय जय सावित्री माता, ओम जय जय गायत्री माता
अपनी अनुपम तेज से जग पावन करती।।
ओम जय जय सावित्री माता ।
तुम ही रक्षक सबका, प्राणों का तुम प्राण
भक्तजन मिले सारे, नित्य करें तेरा ध्यान
ओम जय जय सावित्री माता, ओम जय जय गायत्री माता
भक्त तरसे तुम हो सभी विधि करें उपकार
अंतर्मन से सुमिर लो, सुने वो तभी पुकार,
ओम जय जय सावित्री माता।।
भक्तों का दुख भंजन रक्षा करें आठों याम,
दिव्य ज्योति तुम्हारी, रहें सदा अविराम
ओम जय जय सावित्री माता। ओम जय जय गायित्री माता।।
चारों विधि के मंत्रों का गुरु मंत्र तुम्हे कहते।
ऋषि मुनि योगी सारे गुणगान तुम्हारा करें।
ओम जय जय सावित्री माता। ओम जय जय गायित्री माता।।
अपनी अनुपम तेज से जग पावन करती।।
ओम जय जय सावित्री माता।
हृदय विराजो हे मां, भटक न जाऊ किसी ओर
ले लो अपनी शरण में, न छूटे कभी डोर।
ओम जय जय सावित्री माता। ओम जय जय गायित्री माता।।
अपनी अनुपम तेज से जग पावन करती।।
ओम जय जय सावित्री माता।