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पर्व वट सावित्री का भजन लिरिक्स | Parv Vat Savitri Ka Bhajan Lyrics

Parv Vat Savitri Ka Bhajan Lyrics


पर्व वट सावित्री का भजन लिरिक्स


सावित्री माँ जय हो माँ जय हो माँ सावित्री माँ
पर्व वट सावित्री का हम  मनाएं उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ 
पर्व वट सावित्री का हम मनाएं  उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ  
सावित्री माँ  को  ध्यायेंगे हर दम 
बोले मन की तरंग ,रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2

वट वृक्ष की परि, क्रमा लगायें बाँध लाल धागा, दीये हम जलाएं 
वट वृक्ष की परि, क्रमा लगायें बाँध लाल धागा, दीये हम जलाएं
करके जल अर्पण हम  करें पूजन -2 
जब तक हो अपनी साँसों में ये दम 
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2

सावित्री माँ जय हो माँ जय हो माँ सावित्री माँ
करें  तेरी पूजा और , कहे दिल  ये मेराखुशियों में अपने छाये, कभी न अँधेरा

करें  तेरी पूजा और , कहे दिल  ये मेराखुशियों में अपने छाये, कभी न अँधेरा
करूँ ये कामना सब सुखी होवे माँ -२ 
कभी छू भी न पाए कोई ग़म 
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
पर्व वट सावित्री का  मनाएं  उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ  
पर्व वट सावित्री का  मनाएं  उम्र स्वामी की लम्बी कर आएँ  
सावित्री माँ  को  ध्यायेंगे हर दम 
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन -2
बोले मन की तरंग , रहें सदा सुहागन



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