Type Here to Get Search Results !

तुम उठो सिया सिंगार करो भजन लिरिक्स | Tum Utho Siya Sringar Karo Bhajan Lyrics

Tum Utho Siya Sringar Karo Bhajan Lyrics


तुम उठो सिया सिंगार करो भजन लिरिक्स


तुम उठो सिया सिंगार करो, शिव धनुष राम ने तोड़ा है,

शिव धनुष राम ने तोड़ा है, सीता से नाता जोड़ा है,

तुम उठो सिया सिंगार करो, शिव धनुष राम ने तोड़ा है....

शीश सिया के चुनड सोहे, टिके की छवि न्यारी है,

न्यारी न्यारी क्या कहिये ,रघुवर को जानकी प्यारी है

तुम उठो सिया सिंगार करो, शिव धनुष राम ने तोड़ा है.....

हाथ सिया के चूड़ी सोहे, कंगन की छवि न्यारी है,

न्यारी न्यारी क्या कहिये, रघुवर को जानकी प्यारी है,

तुम उठो सिया सिंगार करो, शिव धनुष राम ने तोड़ा है....

कमर सिया के तगड़ी सोहे, झुमके की छवि न्यारी है,

न्यारी न्यारी क्या कहिये ,रघुवर को जानकी प्यारी है,

तुम उठो सिया सिंगार करो, शिव धनुष राम ने तोड़ा है....

पैर सिया के पायल सोहे, बिछिया की छवि न्यारी है,

न्यारी न्यारी क्या कहिये ,रघुवर को जानकी प्यारी है,

तुम उठो सिया सिंगार करो ,शिव धनुष राम ने तोड़ा है..



Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
close button