गुरुजी कब आवांगे म्हारे देस भजन लिरिक्स
गुरुजी कब आवांगे मोरे देश
मीरा देखण बाट खड़ी
दासी देखण बाट खड़ी
आवण आवण कह गए सदगुरु
कर गए कमली अणेक
गिणते गिणते घिस गई
मोरी उंगली की आरेखा
सतगुरू जी को ढूँढण चाली
करके भगवा भेष
ढूंढत ढूंढत उमर बीत गई
हो गई केस सफेद
कागज़ नाही स्याही नाही
नहीं लेख उस देश
पंछी को प्रवेश नहीं जी
कैसे भेजूंगी संदेश
काशी ढूंढी मथुरा ढूंढा
ढूंढा देश विदेश
मीरा को गुरु रविदास मिले
सतनाम गुरु भेष