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गंगा की लहरें हमारे मन भाई भजन लिरिक्स, Ganga Ki Lahre Hamare Man Bhai Lyrics

Ganga Ki Lahre Hamare Man Bhai Lyrics

गंगा की लहरें हमारे मन भाई लिरिक्स


गंगा की लहरें, हमारे मन भाई, 
हमारे मन भाई, भक्तों के मन भाई, 
गंगा की लहरें हमारे मन भाई, 

स्वर्ग लोक से उतरी गंगा, ब्रह्मलोक में आई, 
ब्रह्मलोक में ब्रह्माजी ठाडे ब्रह्मा जी ने श्री गंगा, कमंडल में समाई, 
गंगा की लहरें हमारे मन भाई, 

ब्रह्मलोक से उतरी गंगा, कैलाश पर्वत पर आई, 
कैलाश पर शिवजी ठाडे, शिव जी ने श्री गंगा, जटा में समाई, 
गंगा की लहरें हमारे मन में समाई, 

कैलाश से उतरी गंगा, हरिद्वार में आई, 
हरिद्वार में हर की पौड़ी, हरि जी ने श्री गंगा, धर्म कु बहाई, 
गंगा की लहरें हमारे मन भाई, 

हरिद्वार से उतरी गंगा प्रयागराज में आई, 
प्रयागराज में भागीरथ ठाड़े, भागीरथ ने री गंगा, पूजन करायो, 
गंगा की लहरें हमारे मन भाई

प्रयागराज से उतरी गंगा, गंगासागर में आई
गंगासागर में कपिल मुनि ठाडे, कपिल मुनि ने री गंगा, ज्ञान सुनायो
गंगा की लहरें हमारे मन भाई



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