लाँगुरिया लै गयौ रेल में धरि के लिरिक्स
लाँगुरिया लै गयौ रेल में धरि के
अररर सररर कर के
अररर सररर करि केँ,
लाँगुरिया मोइ लै गयौ रेल में धरि केँ
तातौ सौ पानी धरयौ रे ततैहरा
नहावन ना पाई जी भरि केँ
लाँगुरिया मोइ लैगौ रेल में धरि केँ
सोने की थारी में भोजन परोसे
जैमन ना पाई जी भरि केँ
लाँगुरिया मोइ लैगौ रेल में धरि केँ
सोने कौ लोटा गंगाजल पानी
पीमन ना पाई जी भरि केँ
लाँगुरिया मोइ लैगौ रेल में धरि केँ
पान पचासी कौ बीड़ा लगायौ
चावन ना पाई जी भरि केँ
लाँगुरिया मोइ लैगौ रेल में धरि के